नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो के प्रबंध निदेशक डॉ. मंगू सिंह आगामी 31 मार्च तक अपने पद पर बने रहेंगे. उन्हें 31 मार्च तक के लिए एक्सटेंशन मिल गया है. आवास एवं शहरी मंत्रालय की तरफ से उनके एक्सटेंशन को मंजूरी दे दी गई है. आगामी 15 दिसंबर को वह सेवानिवृत्त होने वाले थे. इस अवधि के दौरान डीएमआरसी के नए प्रबंध निदेशक की तलाश की जाएगी और संभवतः एक अप्रैल को डीएमआरसी को नये प्रबंध निदेशक मिल जाएंगे.
डीएमआरसी सूत्रों के अनुसार मेट्रो के प्रबंध निदेशक के पद से 65 वर्ष में सेवानिवृत्त होने का नियम है. अभी के प्रबंध निदेशक डॉ. मंगू सिंह दिसंबर में 65 वर्ष के हो गए हैं. इसके चलते आगामी 15 दिसंबर को उन्हें सेवानिवृत्त होना था. लेकिन अभी तक मेट्रो के लिए नए प्रबंध निदेशक का चयन नहीं हो सका है. इसके चलते उनके एक्सटेंशन का प्रस्ताव भेजा गया था.
केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय ने उनके एक्सटेंशन को मंजूरी दे दी है. आगामी 31 मार्च तक वह अपने पद पर बने रहेंगे. इस दौरान नए प्रबंध निदेशक की तलाश की जाएगी और 1 अप्रैल से नए प्रबंध निदेशक मेट्रो की कमान संभालेंगे.
दिल्ली सरकार की होगी महत्वपूर्ण भूमिका
मेट्रो के नए प्रबंध निदेशक को चुनने में दिल्ली सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. दरअसल डीएमआरसी केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार द्वारा मिलकर बनाई गई कंपनी है. इसमें दोनों 50-50 फीसदी के भागीदार हैं. इस कंपनी में चेयरमैन केंद्र सरकार का प्रतिनिधि और प्रबंध निदेशक दिल्ली सरकार का प्रतिनिधि होता है. इसलिए नए प्रबंध निदेशक के चयन में दिल्ली सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. उनके द्वारा जो अधिकारी चुना जाएगा, उनके लिए आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय से सहमति ली जाएगी.
आर्थिक घाटे से उबारना होगी बड़ी चुनौती
मेट्रो के नए एमडी के सामने कई बड़ी चुनौतियां होंगी. एक तरफ उन्हें मेट्रो के चौथे फेज का निर्माण कार्य देखना होगा तो वहीं दूसरी तरफ कोविड-19 से आर्थिक नुकसान झेल रही मेट्रो को उबारना होगा. डीएमआरसी का गठन होने के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है जब कोविड-19 के चलते डीएमआरसी को वित्तीय वर्ष में घाटा हुआ है. मेट्रो के चौथे फेज में कई नई तकनीक के साथ मेट्रो लाइन का काम समय पर पूरा करना भी उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी.