
नई दिल्ली। भारत के दुश्मन देशों की अब खैर नहीं रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एक ऐसी अभेद्य मारक क्षमता वाली कार्बाइन का ट्रायल पूरा किया है। जिससे बचपना अब आसान नहीं होगा। DRDO का कहना है कि, सेना के उपयोग के लिए ये हथियार पूरी तरह तैयार है जो हर स्तर पर इस्तेमाल हो सकता है। DRDO की पुणे लैब और कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड ने मिलकर इस कार्बाइन को बनाया है। इस कार्बाइन के बनने के बाद अब BSF, CRPF CAPF का आधुनिकीकरण किया जायेगा।
आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (ARDE) ने वर्ष 1980 के अंत में 5.56 x 45 mm क्षमता छोटे हथियार बनाने का काम शुरू कर दिया था। जिसके बाद इसका नाम भारतीय लघु शस्त्र प्रणाली (INSAS) रखा गया। इसमें हथियारों में कई तरह के ट्रायल होते हैं। हथियारों को अलग-अलग वातावरण में चलाया जाता है। इसे 1994 में लॉन्च किया गया था।