
उत्तर-प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी में लखनऊ (Lucknow) में हनी ट्रैप गैंग (honey trap gang) का खुलासा हुआ है. राजधानी की विभूतिखंड पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसने हनी ट्रैप के जरिए एक डॉक्टर को अपने जाल में फंसाया और फिर अगवा किया. इसके बाद डॉक्टर से 30 लाख रुपये की मोटी फिरौती मांगी. पुलिस ने गिरोह की एक महिला और एक पुरुष को हिरासत में लिया है. इसके साथ ही पुलिस को अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश है. हनी ट्रैप के मामले पर पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है जिसमें गिरोह की साजिशों का पर्दाफाश हुआ है.
हनी ट्रैप का गंदा खेल
हनी ट्रैप के गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस की मानें तो गिरोह में शामिल महिला पहले अपने टारगेट को जाल में फंसाती और फिर उसे शराब पिलाती थी. जब टारगेट नशे की हालत में होता तब उसका अश्लील वीडियो व फोटो बनाती और होश में आने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देती.

लखनऊ के ज्वाइंट सीपी नीलाब्जा चौधरी की मानें तो, पहले ये गैंग लोगों को निशाना बनाता और फिर उसे फंसाकर अश्लील फोटो व वीडियो बनाता. इसके बाद ब्लैकमेल करके फिरौती की मोटी रकम वसूलता. इस गिरोह में दो महिलाओं समेत 5 लोग शामिल हैं. जो अधिकतर अमीर लोगों को अपना निशाना बनाते. इसमें अधिकारी, डॉक्टर, बड़े कारोबारी व बिल्डर्स शामिल हैं. ज्वाइंट सीपी ने बताया कि इस गिरोह में शामिल सचिन रावत और निशा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और पूछताछ जारी है. ये गिरोह पैसे वालों को ही अपना निशाना बनाता था.
डॉक्टर से लूटे 30 लाख रुपए
शुरुआत में ये गिरोह सोशल मीडिया के जरिए पैसे वाले लोगों को टारगेट करता था और फिर उन्हें बहला-फुसलाकर अपने किसी अड्डे या होटल में मिलने बुलाता था. टारगेट के आने से पहले गिरोह कैमरा सेट कर देता था जिससे पूरी वारदात को रिकॉर्ड किया जा सके और बाद में पैसों का दबाव बनाने के लिए ब्लैमकेल किया जा सके. पुलिस को इस गैंग के बारे में एक डेंटल डॉक्टर की शिकायत के बाद पता चला और उसी केस के जरिए पुलिस गैंग तक पहुंची. बता दें, इस गैंग का पर्दाफाश करने के लिए डॉक्टर ने पुलिस के पास 30 लाख रुपए लूटने का केस दर्ज कराया था और जब पुलिस ने पूरे मामले की जांच की तो हनीट्रैप का मामला पुलिस के सामने खुला. फिलहाल पुलिस को इस गिरोह के 4 सदस्यों की तलाश है जिसने डॉक्टर को बंधक बनाकर रखा था.