अधिकारी का कहना है कि अलीगढ़ यूनिवर्सिटी पर नगर निगम का संपत्ति कर ब्याज सहित बकाया करीब 15 करोड़ 31.03.2021 रुपए का है , जिसका बिल नगर निगम ने एएमयू प्रशासन को भेजा था लेकिन उस पर कोई जवाब नही आया है।
इस मामले में एएमयू के खिलाफ कार्रवाई करने वाले मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय कुमार राय ने कहा, “भुगतान न करने के कारण उ.प्र. नगर निगम अधिनियम 1959 की सुसंगत धाराओं 507, 509 व 513 के अन्तर्गत प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए नगर निगम, अलीगढ़ द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ के संचालित खाता को तत्काल प्रभाव से अटैच/सीज किया गया है।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “अगर 1 हफ्ते के अंदर इन्होंने पेमेंट नहीं किया तो हम खाते से रिकवरी नियमानुसार करेंगे। रिकवरी कंप्लीट नहीं होती है तो हम इनकी अचल संपत्ति की अटैचमेंट की कार्रवाई करेंगे।”
ये एक ऐसा विश्विद्यालय है जहां इस्लामिक कट्टरता को दिन-ब-दिन बढ़ावा मिल रहा है। सरकार के खिलाफ बेतुके बयानबाजी को यहां अभिव्यक्ति की आजादी से जोड़कर देखा जाता है जो कि पूर्णतः बेबुनियाद है। ऐसे में इन लोगों को विरोध के अलावा टैक्स जमा करने का ध्यान नही रहता होगा, लेकिन अब अंजाम भुगतना पड़ेगा।
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