'मैंने 15 साल तक टीम के लिए अपना खून-पसीना बहाया', बंगाल को छोड़ गोवा की ओर से खेलने पर बोले डिंडा


Ashok Dinda criticised his former Ranji Trophy team Bengal team management

अशोक डिंडा ने अपनी पूर्व रणजी ट्रॉफी टीम बंगाल के साथ करियर के सुनहरे 15 साल बिताए हैं। अशोक डिंडा बंगाल के मैनेजमेंट से काफी निराश हैं और उन्होंने इस मामले पर खुलकर बातचीत की है। डिंडा पिछले नौ सीजन से बंगाल के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे थे, लेकिन रणजी ट्रॉफी के 2019-20 संस्करण में सिर्फ एक गेम के बाद वह अचानक टीम से ड्रॉप हो गए थे।

टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान डिंडा ने कहा, 'बेशक मुझे बंगाल की याद आती है। मैंने 15 साल तक टीम के लिए अपना खून और पसीना बहाया है। मुझे नहीं लगता कि किसी भी तेज गेंदबाज ने ऐसा किया है और मुझे इस पर गर्व है। मुझे पता है कि मेरे पास क्रिकेट के कुछ और दिन नहीं बचे हैं, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह इस तरह से खत्म होगा।'

अशोक डिंडा ने आगे कहा, 'पेशेवर खिलाड़ियों के रूप में, हम जानते हैं कि हमें कैसे आगे बढ़ना है। मेरे मन में बंगाल क्रिकेट के खिलाफ कुछ भी नहीं है। आखिरकार, मैंने बंगाल के लिए क्रिकेट में अच्छा करने के बाद ही टीम इंडिया की तरफ से खेलने में कामयाबी पाई थी। मेरी शिकायतें केवल टीम मैनेजमेंट के खिलाफ हैं।'

बता दें कि अशोक डिंडा ने दिसंबर 2019 से किसी भी प्रथम श्रेणी के खेल में हिस्सा नहीं लिया है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के 2021 सीजन के लिए डिंडा ने गोवा की टीम से खेलने का फैसला किया है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 10 से 31 जनवरी तक 6 अलग-अलग स्थानों पर सुरक्षा को ध्यान में रखकर खेली जाएगी।

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