विराट कोहली की अगुवाई वाली इस मौजूदा भारतीय टीम ने घरेलू और विदेशी दोनों परिस्थितियों में तीनों प्रारूपों में बड़ी ऊंचाइयां हासिल की हैं. विराट कोहली एक अच्छे कप्तान हैं हालाँकि वह अभी तक कोई भी बड़ी ट्रॉफी जीतने में सफल नहीं हो पाए हैं लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने के आलावा वनडे में भी कई ऐतिहासिक जीत हासिल की हैं.
कोहली अभी वर्तमान में 30+ है और आने वालें 1-2 सालों बाद टीम मैनेजमेंट को कप्तान के रूप में उनके रिप्लेसमेंट ढूढने की जरुरत होगी. आज इस लेख में हम 4 ऐसे खिलाडियों के बारे में जानेगे, जो कोहली के बाद टीम इंडिया के कप्तान बनने के सबसे प्रबल दावेदार हैं.
4) श्रेयस अय्यर

वनडे क्रिकेट में भारत की वर्तमान NO-4 अय्यर ने अपने आईपीएल फ्रैंचाइज़ी दिल्ली कैपिटल्स के लिए ढाई साल में दमदार नेतृत्व गुण दिखाए हैं. उनकी कप्तानी में, टीम 2019 में प्ले-ऑफ में पहुंची और 2020 में पहली फाइनल में जगह बनाई.
हेड कोच पोंटिंग उनके स्वभाव से काफी प्रभावित हुए और उन्होंने कप्तान के रूप में मैदान पर लिए गए फैसलों की सराहना की. उनके विचार में, वह चीजों को सरल रखना पसंद करते हैं और मुकाबले से पहले बहुत अधिक चर्चाओं पर ध्यान नहीं देते हैं. यदि उन्हें अपने देश का नेतृत्व करने का अवसर प्रदान किया जाता है, तो अय्यर बिना किसी दूसरे विचार के इसे स्वीकार कर लेंगे और टीम के लाभ के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करेंगे.
3) केएल राहुल

कर्नाटक के बल्लेबाज अब तक कप्तानी की दौड़ में सबसे आगे हैं. उन्होंने पहले ही अपनी क्लास को उच्चतम स्तर पर दिखाया और अगर स्थिति ऐसी मांग करती है तो जोखिम लेने से डरते नहीं हैं.
आईपीएल 2020 में पहली बार किंग्स इलेवन पंजाब टीम की कप्तान की और अच्छा प्रदर्शन कियाम दुर्भाग्य से उनकी टीम प्लेऑफ में जगह नहीं बना पायी लेकिन उन्होंने जिस तरह अपनी टीम के खिलाड़ियों को उनका सर्वोच्च निकलवाया वह तारीफ के काबिल हैं. राहुल आने वाले समय में कप्तानी के सबसे प्रबल दावेदार दिखाई देते हैं.
2) शुभमन गिल

भारतीय टीम के भविष्य कहें जाने वाले शुभमन गिल ने अभी तक किसी भी टीम की कप्तानी नहीं की हैं. केकेआर में उनके कोच मैकुलम गिल को कोर ग्रुप का अहम सदस्य मानते हैं और समय सही होने पर टीम का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त होंगे.
वह अभी युवा हैं और अनुभवहीन हैं जहां तक उसके अंतरराष्ट्रीय करियर का सवाल है और उसके लिए सीखने, के लिए बहुत कुछ है. यह काफी अहम हैं कि गिल अभी से कोहली से कप्तानी के गुण सीखे और आने वाले समय में टीम इंडिया के कप्तान के रूप में अपनी दावेदारी पेश करे.
1) ऋषभ पंत

पृथ्वी शॉ की ही तरह, पंत के शुरूआती अंतर्राष्ट्रीय करियर ने उनके कंसिस्टेंट प्रदर्शन का करने और प्रभावकारिता को देखते हुए टीम में उनका कद छोटा हो रहा हैं. उन्हें भारत के सबसे सफल सफ़ेद गेंद कप्तान एमएस धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है, वह धोनी की तरह कीपिंग और कप्तानी करने की भी क्षमता रखते हैं.
वह उन कुछ खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में दोनों पारियों में आक्रामक शतक लगाया हैं. अगर वह बल्लेबाजी कंसिस्टेंट प्रदर्शन करते हैं तो टीम मैनेजमेंट उन पर कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपने पर विचार कर सकती हैं. बता दें की रिषभ पंत सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सिर्फ 32 गेंदो में शतक जड़ चुके हैं।
source- sportsgaliyara.com