किसानों के इस आंदोलन की अराजकता में खालिस्तानियों का बड़ा हाथ है। ये खालिस्तानी समर्थक इन्हीं किसानों के बीच छिपे हुए है जिसको लेकर एनआईए ने भी एक एफआईआर दर्ज की है और बताया है कि कुछ एसजेएफ जैसे खालिस्तानी संगठनों द्वारा लगातार यहां के उन अराजक लोगों को पैसा भेजा जा रहा है। यही अराजक लोग दिल्ली में सारे नियम कानूनों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इन्हीं लोगों के भड़काने के कारण आसानी से हल होने वाले मुद्दों पर पेंच फंस गया है और ये अराजक किसान आंदोलन अब लंबा खिंच रहा है।
किसान नेताओं के साथ मीटिंग में आक्रमकता के जरिए मोदी सरकार के मंत्रियों ने किसानों और उनको भड़काने वाले खालिस्तानी समर्थकों को साफ संदेश दे दिया है कि अब ये कानून किसी भी हालत में वापस नहीं होगा जिसे जो करना है कर ले।
किसान नेताओं के साथ मीटिंग में आक्रमकता के जरिए मोदी सरकार के मंत्रियों ने किसानों और उनको भड़काने वाले खालिस्तानी समर्थकों को साफ संदेश दे दिया है कि अब ये कानून किसी भी हालत में वापस नहीं होगा जिसे जो करना है कर ले।