इस सुपर स्टार ने कहा था माउंट एवरेस्ट से गिरा हूं, इसलिए ज्यादा दर्द हो रहा है

 

rajesh khnna

मुम्बई। बाॅलीवुड में सफलता, अफलता के साथ किस्से भी बहुत होते हैं। हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के लिए 1969-75 का दौर सिर्फ उन्हीं का था। जब हर जगह वही दिखते थे। आज भी सितारों की लोकप्रियता की तुलना अकसर राजेश खन्ना से करते हैं। लोग कहते हैं कि राजेष खन्ना जैसा स्टारडम मिलना मुश्किल है। हालांकि जैसा उनका चढ़ाव का दौर था, वैसे ही उतार भी आया और इसके चलते वह बुरी तरह टूट गए थे। राजेश खन्ना अपने स्टारडम के खोने के चलते तनाव में रहने लगे थे।ं अकेलेपन के कारण अवसाद का शिकार हो गए थे। पत्रकार यासिन उस्मान की लिखी पुस्तक राजेश खन्ना द अनटोल्ड स्टोरी के मुताबिक राजेश खन्ना ने अपने करियर में ढलान को लेकर खुद कहा था कि उन्हें इसलिए दर्द ज्यादा हो रहा है क्योंकि वह एक तरह से माउंट एवरेस्ट से गिरे हैं।

राजेश खन्ना ने कहा था कि यह सही है कि मैं गिरा हूं और मुझे चोट लगी है। यही मुझे थोड़ी बहुत सफलता मिली होती तो एडजस्ट करना आसान होता। लेकिन इस ऊंचाई से गिरने के चलते मैं चकनाचूर हो गया हूं और अंदर से बहुत दुखी हूं। यह चोट इसलिए भी ज्यादा क्योंकि मैं माउंट एवरेस्ट से गिरा हूं। राजेश खन्ना के लिए हाथी मेरे साथी जैसी लोकप्रिय फिल्म की स्क्रिप्ट लिखने वाले सलीम खान भी मानते हैं कि राजेश खन्ना जैसी लोकप्रियता शायद ही किसी को मिली है। वह भी मानते हैं कि राजेश खन्ना की कुछ गलतियों और अन्य तमाम कारणों से उनका सितारा डूबा था। यासिर उस्मान की पुस्तक की प्रस्तावना में सलीम खान लिखते हैं कि उनके पारिवारिक जीवन में कलह, इंडस्ट्री के लोगों का उनके प्रति बदलता व्यवहार और इससे भी बढ़कर उनका कुछ भी नया न करना इसके लिए जिम्मेदार था।

कुछ और भी कारण हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि भाग्य ने भी अपना काम किया। उनकी जब फिल्में फ्लॉप होनी शुरू हुईं तो उन्होंने अपना आकलन नहीं किया और पुराने ढर्रे पर ही चलते रहे। खुद में किसी तरह के बदलाव की बजाय वह दूसरों पर ब्लेम करने लगे थे। यहां तक कि उन्हें यह लगता था कि कोई उनके खिलाफ साजिश कर रहा है। जबकि ऐसा नहीं था। इसी पुस्तक में सलीम खान ने अपने बेटे सलमान खान की लोकप्रियता की तुलना राजेश खन्ना से करते हुए लिखा है कि काका होना आसान नहीं है।

वह लिखते हैं कि भले ही सलमान खान को देखने के लिए हमारे घर के बाहर फैन्स का जमावड़ा है। राजेश खन्ना जैसी दीवानगी नहीं है, जो राजेश खन्ना को लेकर थी। खासतौर पर लड़कियां काका की दीवानी थीं। 6 साल से लेकर 60 साल तक के लोग राजेश खन्ना को पसंद करने वाले लोगों में शामिल थे। आज भी राजेष खन्ना की फिल्में लोग चाव से देखते हैं। 


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