
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सीएम ममता बनर्जी की परेशानी बढ़ती ही जा रही है। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे तृणमूल कांग्रेस (TMC) के मंत्री, विधायक और नेता लगातार पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल होते जा रहे हैं। इस क्रम ममता के बेहद करीबी पार्टी नेता भी शामिल है। सोमवार को ममता को एक और बड़ा लगा है। हार्बर विधानसभा सीट से विधायक दीपक हल्दर को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पिछले सात दिनों के अंदर ही ममता को ये दूसरा बड़ा झटका लगा है।
इससे पहले सरकार में मंत्री रहे राजीब बनर्जी ने TMC छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है। राजीब अकेले ही नहीं बीजेपी में गए हैं अपने साथ वो पांच बड़े नेताओं को भी TMC से बीजेपी में ले गए हैं। वर्ष 2020 के दिसंबर माह में जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल का दौरा किया था। तो उस वक़्त उन्होंने ममता को बड़ा झटका देते हुए पार्टी के बड़े नेता शुभेंदु अधिकारी को बीजेपी में शामिल कराया था।
इसके बाद से ही ममता की पार्टी में लगातार मंत्री, विधायक सहित अन्य नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। चुनाव से चंद दिन पहले जिस तरह ममता की पार्टी में भगदड़ मची हुई है। उसे देखकर यही लगता है कि, अमित शाह ने जो भविष्यवाणी ममता को लेकर की थी, वो सच हो सकती है। गौरतलब है कि, गृह मंत्री ने कहा था कि, चुनाव तक ममता पार्टी में अकेली ही रह जाएंगी।
रविवार को हावड़ा में हुई एक रैली को गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा था। इस दौरान मंत्री स्मृति ने कहा था कि, जय श्री राम से ममता को बैर हैं। प्रदेश में अगली सरकार बीजेपी की ही बनने वाली है।