
मुंबई। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक डॉक्टर ने अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर ली। डॉक्टर के परिवार में पत्नी और दो बच्चे थे, जिन्हे डॉक्टर ने जहर का इंजेक्शन लगाया और फिर खुद फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के लोग सन्न रह गए। डॉक्टर महेंद्र थोरात जिले में काफी प्रतिष्ठित थे। मौके पर पहुंची पुलिस फिलहाल मौत के कारणों की जांच में जुटी हुई है। डॉक्टर ने पहले अपनी पत्नी वर्षा को इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद बड़े बेटे कृष्णा और छोटे बेटे का केवल्य को इंजेक्शन लगाया। तीनों की मौत के बाद डॉक्टर ने भी आत्महत्या कर ली।
डॉक्टर महेंद्र को गरीबों का डॉक्टर कहा जाता था। शनिवार सुबह रोजाना की तरह जब उनके घर मरीज इलाज के लिए पहुंचे तो सभी सन्न रह गए। डॉक्टर के पूरे परिवार की मौत के बाद स्थानीय लोगों के बीच एक सवाल उठने लगा कि, आखिर इतना बड़ा कदम उन्होंने क्यों उठाया। घटना की जानकारी जब पुलिस को हुई तो वो भी मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस के अनुसार, डॉक्टर के 17 वर्ष के बेटे को सुनाई कम देता था, जिसकी वजह से उन्हें कई बार अपमान झेलना पड़ता है। बार-बार हो रहे इस अपमान से डॉक्टर काफी परेशान हो चुके थे। पुलिस का मानना है कि, सिर्फ इतनी सी ही वजह डॉक्टर के परिवार की आत्महत्या की वजह नहीं हो सकती है।
पुलिस घटनास्थल पर मिले सभी सबूतों के आधार पर जांच कर रही है। डॉक्टर थोरात एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करते थे। लोगों को इस बारे में बिल्कुल भी यकीन नहीं है कि, वो आत्महत्या जैसा कदम उठा सकते हैं। सुसाइड नोट के मुताबिक, डॉक्टर ने अपनी पत्नी की मदद से जीवन खत्म करने का फैसला किया।