
नई दिल्ली। चीन के साथ LAC पर चल रहे तनाव के बीच बेंगलुरु में एयर इंडिया शो-2021 चल रहा है। इस दौरान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा है कि, सुरक्षाबलों की सीमा पर तैनाती पर्याप्त है। उन्होंने ये भी कहा कि, भारतीय वायुसेना के खेमे में जब से राफेल फाइटर जेट शामिल हुआ है। तब से चीन की चिंता बढ़ी हुई है। सेना प्रमुख ने कहा कि, चीन ने पूर्वी लद्दाख में अपने क्षेत्र में J-20 फाइटर जेट्स तैनात किये थे। इसके जवाब में जब हमने सीमा पर अपने क्षेत्र में राफेल को तैनात किया तो चीनी विमान पीछे चले गए।
भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के बीच लगातार बातचीत जारी है। अब सब कुछ निर्भर सिर्फ बातचीत पर है। सीमा पर जितनी फोर्स की जरूरत है, उतनी फोर्स तैनात है। भारत की तरफ से लगातार बातचीत का दौर जारी है और अगर इस बीच पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू होती है। तो ये अच्छा होगा। वहीं अगर सीमा पर हालात बिगड़ते हैं तो पूरी उससे निपटने के लिए भी सेना पूरी तरह तैयार हैं।
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि, राफेल के आने से चीन की चिंता काफी बढ़ गई है। शुरुआत में चीन अपने क्षेत्र में J-20 फाइटर जेट्स तैनात किये थे। इसे देख जब भारत ने भी सीमा पर राफेल को तैनात किया तो चीन को पीछे हटना पड़ा और उन्हें अपने फाइटर जेट वापस पीछे ले जाने पड़े। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि, चीन के कामों को और उसकी क्षमताओं को हम अच्छे से जानते हैं।
सेना प्रमुख ने बताया कि, बीस हज़ार करोड़ रुपए का पूंजीगत खर्च की बढ़ोत्तरी सरकार का बड़ा कदम है। बीते वर्ष अतिरिक्त फंड 20 हज़ार करोड़ रुपए उपलब्ध कराया गया था। इससे तीनों सेनाओं को काफी मदद मिली है। जो हमारी निर्माण क्षमता के लिए काफी है।