
आज भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण(Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने संसद भवन(Parliament House) में वर्ष 2021-2022 का आम बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) की अध्यक्षता में सबके सामने पेश किया। धीरे धीरे करके बजट पर नंबर आया पेट्रोल डीजल का । वित्त मंत्री ने एक लीटर पेट्रोल पर 2.5 रुपये और एक लीटर डीजल पर 4 रुपये सेस यानि का उपकर लगाने की बात कही है।
उपभोक्ता पर नहीं पड़ेगा मंहगाई का असर
आपको बता दें कि पहले ही पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे थे। मुंबई में पेट्रोल 92.80 रुपये तक पहुंच चुका है, जबकि डीजल की कीमत 83.30 रुपये लीटर है। पेट्रोल डीजल के रेट बढ़ने पर सीतारमण ने कहा कि पेट्रोल 2.5 और डीजल पर 4 रुपये पर लीटर इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट सेस (एसआईडीसी) लगाने का प्रस्ताव किया है। इससे देश में महंगाई बढ़ने की बात सामने आती है क्योंकि अगर डीजल महंगा होता है तो इसके कारण ट्रकों का भाड़ा भी बढ़ जाएगा। हालांकि इस बात को सीतारमण ने कहा है कि उपभोक्ता इसका भार नहीं पड़ेगा। कोरोना के कारण वैसे भी सबकी हालत खस्ता हो चुकी है, देश की आम जनता पर कोरोना का काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। आम आदमी के साथ साथ सरकार की भी तिजोरी खाली हो चुकी है। अब इसे भरने के लिए कहीं ना कहीं से जोर तो लगाना ही पड़ेगा। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भी सरकार ने हेल्थ और एजुकेशन सेस के माध्यम से 26,192 करोड़ रुपये का फंड एकत्रित करने का बजट में प्रावधान रखा था। वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि ‘‘भारत में निर्मित न्यूमोकोकल का टीका अभी केवल पांच राज्यों में ही सीमित है. इसे पूरे देश में उपलब्ध कराया जाएगा.’’ सीतारमण ने कहा कि इससे हर साल देश में 50,000 से अधिक बच्चों की जान बचाई जा सकेगी।